विरह व्यथा का अर्थ
[ virh veythaa ]
विरह व्यथा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी के वियोग से मन में उत्पन्न होनेवाला दुख:"राधा को कृष्ण की विरह वेदना सता रही थी"
पर्याय: विरह वेदना
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- आर्त , अनुभव,यह खोज, यह द्वैत, यह असहाय विरह व्यथा,
- कभी विरह व्यथा में जलते हुए
- कहीं प्रेम पर विरह व्यथा का प्रस्तुतीकरण है … .
- इस गीत में काँटा गड़ जाने का तात्पर्य विरह व्यथा की
- गुंजारते हैं , यहाँ पर वह घूमती फिरती विरह व्यथा का अनुभव करने लगी।
- मारू की विरह व्यथा छुपी नहीं रहती माता उसकी दशादेखकर राजा को बताती है .
- पपिहा , सारस एवं कुञ्ज पक्षीगण को वह अपनी विरह व्यथा सम्बोधित करती है।
- विरह व्यथा में हमें जलना पड़ता , पर, ये तो पल भर के लिए होता।
- दर्शन हो या न्याय , सौन्दर्य शास्र हो या भक्ति रचना, विरह व्यथा हो या अभिसार,
- वे गीतों में अपनी विरह व्यथा गाकर दूसरों को नहीं सुनातीं , सीधे प्रिये को संदेश देती हैं।